आईटीबीपी (ITBP) भारत की एक Central Armed Police Forces है, जो Ministry of Home Affairs के अधीन कार्य करती है। यह बल मुख्य रूप से India-China border की सुरक्षा के लिए तैनात है। इस लेख में हम ITBP का Full Form , इसके History, Functions, Examination Procedure, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों पर चर्चा करेंगे।
Full Form of ITBP
ITBP का फुल फॉर्म Indo-Tibetan Border Police (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) है। इसकी स्थापना 24 अक्टूबर, 1962 को भारत-चीन युद्ध के बाद की गई थी। ITBP की मुख्य जिम्मेदारी हिमालयी क्षेत्र में भारत-चीन सीमा की सुरक्षा करना है। इसका कार्य देश की सीमाओं की सुरक्षा और अखंडता को बनाए रखना है।
ITBP Full Form Overview
Aspect | Details |
---|---|
🏷️Full Form | Indo-Tibetan Border Police |
📅Established | 24 October 1962 |
🛡️Role | Security of the India-China border |
📍Deployment Area | From Karakoram Pass (Ladakh) to Jachep La (Arunachal Pradesh) |
🌟Motto | “Courage – Steadfastness – Duty” |
📋Exams | CAPF AC, SSC GD, etc. |
🌐Website | itbpolice.nic.in |
Full Form of ITBP
Full Form of ITBP “Indo-Tibetan Border Police ” है। यह एक महत्वपूर्ण Paramilitary force है, जिसकी स्थापना 24 अक्टूबर 1962 को Sino-Indian युद्ध के बाद की गई थी। इसका मुख्य उत्तरदायित्व हिमालयी क्षेत्र में चुनौतीपूर्ण और रणनीतिक भारत-चीन सीमा की सुरक्षा करना है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ITBP का कार्य अवैध प्रवेश को रोकना, सीमा की निगरानी करना और सुरक्षा उपायों को लागू करना है। यह गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
यह बल विशेष रूप से Mountain warfare training के लिए प्रसिद्ध है और ऊंचाई वाले तथा कठिन जलवायु वाले क्षेत्रों में संचालन करने में माहिर है। अपनी प्राथमिक भूमिका के अलावा, ITBP आपदा प्रतिक्रिया और राहत कार्यों में भी अपनी क्षमताओं का विस्तार करता है, जो इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और मानवता सेवा में योगदान देने के लिए बहुपरकारी बनाता है।
ITBP, जिसका पूर्ण रूप “Indo-Tibetan Border Police ” है, एक दृढ़ बल के रूप में स्थापित है, जिसकी जिम्मेदारियों में Border Security, Mountain Warfare Expertise , आपदा प्रतिक्रिया और मानवता के लिए मिशन शामिल हैं, जो राष्ट्र की सुरक्षा और कल्याण के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
History of ITBP
ITBP का इतिहास भारतीय सीमा सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण घटना से जुड़ा हुआ है। कुछ प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
- ITBP की स्थापना 24 अक्टूबर, 1962 को भारत-चीन युद्ध के बाद हुई।
- इसका मुख्य मिशन हिमालयी सीमाओं की सुरक्षा और भारत की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखना है।
- ITBP चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों की सुरक्षा में एक अहम भूमिका निभाता है और अवैध गतिविधियों को रोकता है।
- यह बल आंतरिक सुरक्षा कार्यों में भी शामिल होता है और देशभर में आपदा प्रबंधन कार्यों में सक्रिय रहता है।
- ITBP के जवानों को पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्रों में काम करने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
Read More:-👇👇✅✅
ITBP की भूमिका और कार्य
ITBP की प्रमुख जिम्मेदारियों में न केवल सीमा की सुरक्षा शामिल है, बल्कि इसके और भी कई कार्य हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान देते हैं:
- सीमा सुरक्षा: आईटीबीपी हिमालयी क्षेत्र में भारत-चीन सीमा की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है।
- आंतरिक सुरक्षा ऑपरेशन: ITBP देश में आंतरिक सुरक्षा के लिए भी तैनात किया जाता है।
- आपदा प्रबंधन: प्राकृतिक आपदाओं के समय ITBP का महत्वपूर्ण योगदान होता है। बल के जवान बचाव और राहत कार्यों में सक्रिय रहते हैं।
- विशेष प्रशिक्षण: बल के जवानों को कठिन परिस्थितियों में काम करने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे वे उच्च-ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कुशलता से काम कर सकें।
- आधुनिकीकरण: ITBP अपने उपकरणों और तकनीकों को समय के साथ आधुनिक बनाने के लिए निरंतर प्रयास करता है।
ITBP का नारा और मूलमंत्र
ITBP का नारा “हिमनीरत, हिमकी रक्षा” है, जिसका अर्थ है हिमालय में स्थित और हिम की रक्षा करना। ITBP का मूलमंत्र “शौर्य – दृढ़ता – कर्म निष्ठा” है, जो साहस, स्थिरता और कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाता है।
ITBP के ट्रेनिंग सेंटर
ITBP के विभिन्न प्रशिक्षण केंद्र देशभर में स्थित हैं, जहां जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। इनमें शामिल हैं:
- आईटीबीपी अकादमी, मसूरी: यह ITBP का मुख्य प्रशिक्षण केंद्र है, जहां अधिकारियों और जवानों को प्रशिक्षण दिया जाता है।
- बेसिक ट्रेनिंग सेंटर, भानु: यहां नए रंगरूटों को बुनियादी प्रशिक्षण दिया जाता है।
- माउंटेन मेडिसिन इंस्टिट्यूट, औली: यहां जवानों को पहाड़ी चिकित्सा और बचाव तकनीक की शिक्षा दी जाती है।
- हाई अल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल, गुलमर्ग: इस स्कूल में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में युद्ध के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
- डॉग ट्रेनिंग सेंटर, भानु: यहां ITBP के खोजी कुत्तों को प्रशिक्षित किया जाता है, जिनका उपयोग सुरक्षा और बचाव कार्यों में होता है।
ITBP में शामिल होने के लिए परीक्षाएं
ITBP में शामिल होने के लिए कई परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिनमें से प्रमुख हैं:
परीक्षा | विवरण |
---|---|
UPSC CAPF AC | यह परीक्षा UPSC द्वारा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में असिस्टेंट कमांडेंट की भर्ती के लिए आयोजित की जाती है। |
SSC GD | यह परीक्षा SSC द्वारा आयोजित की जाती है, जो ITBP में कॉन्स्टेबल (GD) पद के लिए चयन करती है। |
निष्कर्ष
ITBP भारत की सुरक्षा और मानवीय कार्यों में एक अहम भूमिका निभाता है। हिमालयी क्षेत्र की कठिनाइयों के बीच यह बल देश की सीमाओं की रक्षा के लिए सदा तत्पर रहता है। इसके जवानों का साहस, दृढ़ता और कर्तव्यनिष्ठा भारतीय सुरक्षा व्यवस्था में अमूल्य योगदान देती है।
Join In Telegram | Click Here |
Some F&Q
What is the full form of GD in job salary?
The starting salary for a General Duty Constable is Rs. 18000 for Pay Level -1 for the post of Sepoy in NCB. The basic pay for all other posts ranges from 21,700 to 69,100.
What is the salary of BSF GD per month?
As part of their BSF GD salary structure, they will get allowances such as DA, HRA, and transportation allowances, in addition to their base income. The BSF GD Constable In Hand salary is likely to range approximately between Rs 25000 and Rs 30000 per month, including allowances
What is the salary of an army GD?
Average Indian Army General Duty salary in India is ₹5.6 Lakhs for experience between 16 years to 26 years. General Duty salary at Indian Army India ranges between ₹3.0 Lakhs to ₹10.0 Lakhs.