CET 12th Level Normalization 2024:- राजस्थान में CET 12th Level की परीक्षा का आयोजन 22 अक्टूबर से 24 अक्टूबर 2024 तक तीन दिनों तक किया गया था, जिसमें लाखों छात्रों ने भाग लिया। इस परीक्षा में विभिन्न पारियों का कठिनाई स्तर अलग-अलग था, इसलिए सामान्यीकरण प्रक्रिया का उपयोग सभी पारियों के अंकों में निष्पक्षता लाने के लिए किया जा सकता है। इस लेख में हम समझेंगे कि CET 12th Level Normalization 2024 कैसे काम करता है और इसके क्या फायदे हैं।
Brief Details of CET 12th Level Normalization 2024
📅 Exam Organization | Rajasthan Subordinate and Ministerial Services Selection Board (RSMSSB) |
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📝 Exam Name | Common Eligibility Test (CET) |
🖥️ Exam Mode | Offline |
📅 Exam Date | 22, 23 & 24 October 2024 |
🗺️ State | Rajasthan |
📂 Category | Govt Exam Normalization |
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What is Normalization Process और इसकी आवश्यकता क्यों है?
Normalization एक Statistical Methodology है, जिसका उद्देश्य अलग-अलग पारियों में दिए गए प्रश्नपत्रों के कठिनाई स्तर में समानता लाना है। चूंकि CET 12th Level की परीक्षा को कई पारियों में आयोजित किया गया था, इसलिए हर पारी का कठिनाई स्तर समान नहीं था। इस स्थिति में, normalization processका उपयोग करके सभी पारियों के अंकों को बराबरी पर लाया जाता है ताकि हर छात्र को एक समान अवसर मिल सके।
CET 12th Level Normalization 2024 – किसे मिलेगा लाभ?
परीक्षा में कठिन पारी में शामिल छात्रों को सामान्यीकरण का लाभ मिलने की संभावना है। कठिन पारियों के छात्रों को 6 से 8 अंकों का लाभ मिल सकता है, जबकि आसान पारियों के छात्रों के अंकों में 4 से 5 अंक तक की कटौती हो सकती है।
कठिन और आसान पारियों की सूची
तारीख | कठिन पारी | आसान पारी |
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22 अक्टूबर 2024 | द्वितीय पारी | प्रथम पारी |
23 अक्टूबर 2024 | द्वितीय पारी | प्रथम पारी |
24 अक्टूबर 2024 | प्रथम पारी | द्वितीय पारी |
Importance of Normalization
- निष्पक्षता सुनिश्चित करना: सामान्यीकरण की मदद से आसान और कठिन पारियों के बीच संतुलन लाया जाता है ताकि सभी को समान अवसर मिले।
- सटीक परिणाम: कठिन पारी में कम अंक पाने वाले छात्रों को इस प्रक्रिया से लाभ मिलता है, जिससे उनकी मेहनत सही तरीके से मान्य होती है।
- भविष्य के अवसरों में वृद्धि: सामान्यीकरण के बाद, छात्रों का चयन निष्पक्षता के आधार पर होता है, जिससे उन्हें उचित करियर के अवसर मिलते हैं।
CET 12th Level Normalization 2024 – प्रक्रिया का कार्यान्वयन
सामान्यीकरण प्रक्रिया में तीन मुख्य चरण होते हैं:
- पारियों का कठिनाई स्तर आकलन: प्रत्येक पारी के अंकों का मूल्यांकन करके कठिनाई स्तर का विश्लेषण किया जाता है।
- अंकों में वृद्धि/कटौती: कठिन पारी के छात्रों को अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं, जबकि आसान पारी के छात्रों के अंकों को आवश्यकतानुसार घटाया जाता है।
- संतुलन: इस प्रक्रिया के माध्यम से कठिन और आसान पारियों में समानता बनाई जाती है ताकि सभी का मूल्यांकन निष्पक्ष रूप से हो।
किस पारी का पेपर था कठिन?
- 22 अक्टूबर 2024: द्वितीय पारी सबसे कठिन मानी गई।
- 23 अक्टूबर 2024: द्वितीय पारी कठिन थी।
- 24 अक्टूबर 2024: प्रथम पारी कठिन मानी गई।
आसान पारी
- 22 अक्टूबर 2024: प्रथम पारी आसान मानी गई।
- 23 अक्टूबर 2024: प्रथम पारी आसान थी।
- 24 अक्टूबर 2024: द्वितीय पारी को आसान माना गया।
सामान्यीकरण से जुड़ी मुख्य बातें
- कठिन पारी के छात्रों को अधिकतम 6-8 अंक तक का लाभ मिल सकता है।
- आसान पारी के छात्रों के अंकों में 4-5 अंक तक की कटौती हो सकती है।
- सामान्यीकरण का उद्देश्य परीक्षा में निष्पक्षता बनाए रखना है।
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निष्कर्ष
CET 12वीं स्तर सामान्यीकरण 2024 परीक्षा में, सामान्यीकरण प्रक्रिया से छात्रों को निष्पक्ष और समान अवसर प्राप्त होंगे। कठिन पारी में शामिल छात्रों को उचित लाभ मिलेगा, जबकि आसान पारी में उच्च अंक पाने वाले छात्रों के अंकों में संतुलन स्थापित किया जाएगा।
परीक्षा में सम्मिलित सभी छात्रों के लिए, सामान्यीकरण के बाद अंकों में बदलाव देखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।